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*##यमुना दीपोत्सव: यमुना नदी के संरक्षण और स्वच्छता का प्रतीक*

*##यमुना दीपोत्सव: यमुना नदी के संरक्षण और स्वच्छता का प्रतीक*

*##यमुना दीपोत्सव: यमुना नदी के संरक्षण और स्वच्छता का प्रतीक*

(आशीष सिंघल)

वाईएसएस फाउंडेशन द्वारा आयोजित यमुना दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन कालिंदी कुंज यमुना घाट पर दीप जलाकर मां यमुना की आरती के साथ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य यमुना नदी के संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। यमुना के तट पर दीप प्रज्वलित कर पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का संदेश दिया गया।

यमुना नदी में दीपदान का धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है। यह पवित्रता, स्वच्छता और जीवन की नकारात्मक ऊर्जाओं को समाप्त करने का प्रतीक है। नरक चतुर्दशी के अवसर पर यमराज के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए दीपदान करने से परिवार के स्वास्थ्य, समृद्धि और दीर्घायु की प्राप्ति मानी जाती है। इस पवित्र कार्य के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया, जो समाज के हर व्यक्ति को अपने परिवेश की स्वच्छता के प्रति प्रेरित करता है।

वाईएसएस फाउंडेशन के निदेशक, सचिन गुप्ता ने कहा, “यमुना हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और इसे संरक्षित रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है। दीपोत्सव के माध्यम से हम पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाते हुए भावी पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करने का संदेश दे रहे हैं।”

आयोजन में स्थानीय समुदाय और युवाओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया, जो यमुना की स्वच्छता और संरक्षण के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। वाईएसएस फाउंडेशन का यह प्रयास समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी का भाव पैदा करने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने दैनिक जीवन में जल संरक्षण, स्वच्छता और पर्यावरण रक्षा के प्रयासों को अपनाएंगे और इसे अपने आसपास के समाज में भी बढ़ावा देंगे। आज के कार्यक्रम में यमुना कॉर्डिनेटर दिनेश कुमार, सचिन गुप्ता, दिव्या सिंह, तेजस गुप्ता, रुचि सिंह, पंकज मिश्रा, गोलू के साथ स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

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