*अस्थाई डंपिंग ग्राउंड के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 8 गांवों के ग्रामीण, दनकौर नगर पंचायत के कर्मचारियों को भगाया*
*अस्थाई डंपिंग ग्राउंड के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 8 गांवों के ग्रामीण, दनकौर नगर पंचायत के कर्मचारियों को भगाया*
अस्थाई डंपिंग ग्राउंड के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 8 गांव के ग्रामीण
(आशीष सिंघल)
दनकौर। नगर पंचायत द्वारा दनकौर सिकंदराबाद रोड पर बिजली घर चौराहे के पास अस्थाई डंपिंग ग्राउंड बनाया गया है। इस डंपिंग ग्राउंड के विरोध में मंगलवार को करीब 8 गांवों के ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि डंपिंग ग्राउंड को गांवों के बीच में बनाया गया है, जिससे कूड़े की दुर्गंध आदि समस्या से ग्रामीण परेशान हैं।
किसान नेता सुरेंद्र ढाक ने बताया कि यमुना प्राधिकरण ने नगर पंचायत को अस्थाई डंपिंग ग्राउंड बनाने के लिए गांव के बीच में भूमि दी है। पिछले करीब 15 दिन से नगर पंचायत कर्मियों द्वारा दनकौर कस्बे का कूड़ा ग्राउंड में डाला जा रहा है। कूड़े की दुर्गंध और विषैले मच्छरों से ग्रामीण परेशान है। गांव के छोटे बच्चे बुखार आदि बीमारी की चपेट में आ गए हैं। इसके विरोध में मंगलवार को ऊंची दनकौर, डेरीन, समसपुर, राजपुर, अमरपुर व नवादा समेत 8 गांव के ग्रामीण ग्राउंड के पास पहुंचे और कूड़ा डाल रहे कर्मियों को वहां से भगा दिया। ग्रामीणों ने बैठक कर तय किया है कि डंपिंग ग्राउंड को हटाने के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना चलेगा। इससे पहले डंपिंग ग्राउंड को हटाने के लिए यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को भी मिलकर शिकायत दी जा चुकी है। लेकिन समस्या का समाधान नही हुआ है। धरने में प्रेमराज, नेपाल, सुभाष, किसनी, प्रताप, मेघराज, राजेन्द्र, रामबीर, धनीराम, नरेंद्र व बल्ले आदि शामिल रहे।
वही नगर पंचायत अध्यक्ष जयवती का कहना है कि यमुना प्राधिकरण द्वारा कूड़ा निस्तारण के लिए अस्थाई डंपिंग ग्राउंड के लिए करीब 5 बीघा भूमि दी गई थी। उसी भूमि पर कूड़ा डाला जा रहा था। ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन की जानकारी प्राधिकरण व जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।