*उदयन केयर-चैरिटेबल ट्रस्ट” के सहयोग से पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने गलगोटियास विश्वविद्यालय में किया “टैक्निकल विज़िट।”*
*उदयन केयर-चैरिटेबल ट्रस्ट” के सहयोग से पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने गलगोटियास विश्वविद्यालय में किया “टैक्निकल विज़िट।”*
“उदयन केयर-चैरिटेबल ट्रस्ट” के सहयोग से पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने गलगोटियास विश्वविद्यालय में किया “टैक्निकल विज़िट।”
(आशीष सिंघल)
27 जुलाई 2024 को इस “टैक्निकल विज़िट” के दौरान सबसे पहले सभी विद्यार्थियों को रिसीव करने के लिये गलगोटियास विश्वविद्यालय के प्रो० वाइस चांसलर डा० अवधेश कुमार स्वयं विशेष रूप से मुख्य द्वार पर पहुँचे और उन्होंने बच्चों को अपनी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आप सभी विद्यार्थी बहुत ही होनहार और अपने भारत देश का उज्ज्वल भविष्य हैं। आज आपको अपने विश्वविद्यालय में देखकर हमें बहुत प्रशन्नता हो रही है कि आज आप हमारे विश्वविद्यालय में आये हैं।
इसके लिये आज हमारा पूरा गलगोटियास विश्वविद्यालय आप सभी का ह्रदय की गहराईयों से बहुत-बहुत स्वागत करता है। और आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।
इसके उपरांत विद्यार्थियों के “टेक्निकल विज़िट” की प्रक्रिया शुरू की गयी। सभी विद्यार्थियों को गलगोटिया विश्वविद्यालय के ए, बी और सी तीनों ब्लाको का दौरा कराया गया जिसमें एप्पल और इंफोसिस द्वारा संचालित “आईओएस विकास केंद्र”, जो पूरी दुनिया में पाँचवे स्थान है, और भारत में ये दूसरे स्थान पर है। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय में आधुनिक उपकरणों से युक्त इलैक्ट्रानिक एण्ड इलैक्ट्रीकल लैब, मैकेनिकल लैब, सामान्य और डिजिटल लाइब्रेरी, स्कूल ऑफ़ लॉ का मूट कोर्ट, मॉस कम्यूनिकेशन विभाग का अति आधुनिकतम स्टूडियो। जो लाइव, डिबेट और क्रोमा सभी प्रकार की महत्वपूर्ण सुविधाओं से परिपूर्ण है। विश्वविद्यालय में वातानुकूलित क्लास रूम और कंप्यूटर लैब्स हैं। इन सभी को एक-एक करके विद्यार्थियों ने देखा।
आगे चलकर कृषि विज्ञान और फ़ार्मेसी की अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ, सेमिनार हॉल और एडमिशन सैल आदि भी विद्यार्थियों की विज़िट श्रृंखला में विशेष रूप से सम्मिलित किये गये। विद्यार्थियों ने अपनी विज़िट के बाद गलगोटियास विश्वविद्यालय की बहुत-बहुत प्रसंशा की उन्होंने कहा कि पूरे विश्वविद्यालय का अद्भुत इन्फ़्रेशट्रेक्चर, पूरे परिसर में साफ-सफ़ाई के रखरखाव और सुरक्षा कर्मियों की उचित व्यवस्था। प्रबंधन और सभी फ़ैकल्टी मैम्बर्स का अति सौम्य व्यवहार ने हमारे मन मस्तिष्क पर बहुत गहरा और सकारात्मक प्रभाव डाला है।
हमें यहाँ आकर बहुत कुछ देखने को और सीखने को मिला है। हमें यहाँ से सकारात्मक ऊर्जा मिली है। और हमारे मन में नये विचार और नये सपने ने जन्म लिया है। अपने उन सपनों को साकार करने के लिये हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपने उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेंगे। यही प्रेरणा आज हमें यहाँ से मिली है।
इस विज़िट के समापन सेमीनार में बोलते हुए गलगोटियास विश्वविद्यालय के वॉइस चॉसलर डा० के० मल्लिखार्जुन बाबू ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप से बातचीत करके मुझे बहुत अच्छा लगा। आप सभी बहुत ही अनुशासन प्रिय और समझदार हैं। आप हमारे गलगोटिया विश्वविद्यालय में आये इसके लिये मुझे बहुत प्रशन्नता हुई। मैं आपसे आज एक ही बात कहना चाहता हूँ कि आप अपने जीवन का कोई एक लक्ष्य बना लें और फिर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिये अपनी पूरी शक्ति लगा दें। आपको निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी। और आप दुनिया के एक महान इन्सान बनेंगे। फिर चाहे आप डाक्टर बने, चाहे आप वैज्ञानिक बनें और चाहे आप एक प्रोफ़ेसर बने, जिस भी क्षेत्र में आप होंगे। आपकी गणना उच्चतम कोटि के इंसानों में होगी। इन्हीं शब्दों के साथ आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि प्रिय विद्यार्थियों आप सभी को मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ। आपकी मेहनत और आपका समर्पण निश्चित ही आपको सफलता की ऊँचाइयों पर पहुँचाएगा।
आप हमेशा याद रखें कि कठिनाइयाँ केवल आपके साहस को परखती हैं। कठिनाइयों से कभी भी नहीं घबराना चाहिए। और आप अपने जीवन में सदैव आत्मविश्वास और लगन के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते रहना। यही मेरी आप सभी को शुभकामनाएँ हैं।
गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन की डीन और प्रोफेसर डॉ. अनुराधा पाराशर ने अपने संदेश में कहा कि आज आपको हमारे यहाँ पर सभी विभागों की हाई-टेक्नोलॉजी से सुसज्जित उन्नत क़िस्म की लैब देखने को मिली होगीं आज आपको आधुनिकतम दुनियाँ को भी जानने का एक अच्छा मौक़ा भी मिला होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उनका मार्गदर्शन भी किया।
इस कार्यक्रम में गलगोटियास विश्वविद्यालय के प्रो. ए.पी. पांडे,
उदयन केयर के ट्रस्टी दीपक शर्मा, सीनियर प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर सुश्री निधि भाटिया, और सहायक प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर सुश्री सोनी ठाकुर विशेष रूप से शामिल रहे।