*शारदा विश्वविद्यालय ने 29वां स्थापना व विश्व अल्पसंख्यक दिवस मनाया*
*शारदा विश्वविद्यालय ने 29वां स्थापना व विश्व अल्पसंख्यक दिवस मनाया*
शारदा विश्वविद्यालय ने 29वां स्थापना व विश्व अल्पसंख्यक दिवस मनाया
(आशीष सिंघल)
ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय ने 29वां स्थापना व जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के साथ मिलकर विश्वविद्यालय ने विश्व अल्पसंख्यक दिवस मनाया गया। छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। इस अवसर पर अब्दुल राशिद अंसारी, बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष,डॉ अनुज जैन, ईश्वर चंद जैन,ज्योति आचार्य ,महेश जैन, एसडीएम सदर चारुल यादव, एसडीएम दादरी अनुज नेहरा, आदि को विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता और प्रो चांसलर वाईके गुप्ता शॉल ओढ़ाकर और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। शारदा ग्रुप की ट्रस्टी प्रियंका जैन ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी युक्ति पांडेय का स्वागत किया।यूपी सरकार से चयनित अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई।
इस अवसर पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी युक्ति पांडेय ने कहा कि शारदा विश्वविद्यालय विविधता और समावेशन की भावना को आत्मसात करता है। जो हमारे देश के उस मूल विचार को प्रतिबिंबित करता है, जहां विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं, जातियों और धर्मों की समृद्ध विरासत में विविधता में एकत का भाव जीवित है। हमारा संविधान समानता के सिद्धांत को बनाए रखता है और अपने नागरिकों के बीच किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करता। इसी दृष्टिकोण के साथ, शारदा विश्वविद्यालय अल्पसंख्यक प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता देता है और विविधता का उत्सव मनाते हुए एक सामंजस्यपूर्ण और समावेशी परिसर वातावरण को बढ़ावा देता है। हमारा देश हर धर्म का सम्मान करता है, और हमारा संविधान अल्पसंख्यकों को भी अधिकार और महत्व प्रदान करता है।
विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता ने कहा कि हम सभी को गर्व है कि हम ऐसे संस्थान से जुड़े हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। शारदा विश्वविद्यालय का उद्देश्य सिर्फ शिक्षा देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को सशक्त बनाना, उन्हें अपने सपनों की ओर अग्रसर करना और समाज में परिवर्तन लाने के लिए तैयार करना है। यह यात्रा उतनी ही रोमांचक है जितनी चुनौतीपूर्ण, और हम सभी का सामूहिक प्रयास इसे ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि मेरी शिक्षा जैन स्कूल में हुई और मैं कर्म व तन से जैनिज्म को फॉलो करता हूं। मैं जैनी होने के नाते सभी धर्मो का सम्मान करता हूं। जिंदगी में जैन धर्म के नियमों का अनुसरण करता हूं। परिसर में जैन स्टडी सेंटर है जो बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। इस मौके पर कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने समूचे समाज को शांति के साथ जीवन जीने को प्रेरित किया था। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता हासिल करने के लिए भगवान महावीर स्वामी के बताए मार्ग पर चलना चाहिए।
कार्यक्रम में अशोक जैन महासचिव अखिल भारतीय श्री आत्म ,वल्लभ जैन महासंघ, विजयानन्द पत्रिका के मुख्य संपादक ने कहा कि जैन धर्म सबसे पुरानी धार्मिक परंपरा है जिसका न तो कोई आरंभ है और न ही कोई अंत। जैन धर्म आत्मनिर्भरता, आत्मसंयम और आत्मशुद्धि के मार्ग का पालन करता है, ताकि मानव के आंतरिक गुणों की संभावनाओं को पूर्ण किया जा सके। मूल रूप से, यह जैनों का धर्म है अपने आत्म पर विजय पाने वाले वीरों का धर्म। हम अहिंसा, सत्यनिष्ठा का पालन करते हैं। मानव चरित्र निर्माण एक लंबी प्रक्रिया है, यह समय लेता है, और जैसे ही हम सही मार्ग का अनुसरण करना शुरू करते हैं, हम भगवान के करीब पहुंचते हैं और आंतरिक रूप से सुखी होते हैं। सही विश्वास, सही ज्ञान और सही आचरण का पालन करना महत्वपूर्ण है। अगर मैं अच्छा बन जाऊं, तो अपने आप ही हम अपने आस-पास और अच्छे वातावरण वाले अच्छे लोगों का निर्माण करेंगे। चरित्र निर्माण में साल नही बल्कि युग लग जाते है।
कार्यक्रम में एडीसीपी अशोक सिंह, शारदा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के सीईओ प्रशांत गुप्ता, शारदा अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट रिषभ गुप्ता, रजिस्ट्रार डॉ विवेक कुमार गुप्ता, वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा,प्रो वाइस चांसलर डॉ परमानंद, डीन डॉ आरसी सिंह,डीन भुवनेश कुमार, पीआर डायरेक्टर डॉ अजित कुमार समेत विभिन्न विभागों डीन और एचओडी मौजूद रहे।