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*गलगोटिया आइडियाथॉन में विद्यार्थियों ने किया नवाचार और उद्यमिता का शानदार प्रदर्शन*

*गलगोटिया आइडियाथॉन में विद्यार्थियों ने किया नवाचार और उद्यमिता का शानदार प्रदर्शन*

गलगोटिया आइडियाथॉन में विद्यार्थियों ने किया नवाचार और उद्यमिता का शानदार प्रदर्शन

(आशीष सिंघल)


गलगोटिया विश्वविद्यालय, 8 मार्च 2025: गलगोटिया इनक्यूबेशन सेंटर फॉर रिसर्च इनोवेशन स्टार्टअप्स एंड एंटरप्रेन्योरशिप, जीआईसी-आरआईएसई द्वारा आयोजित ’’गलगोटिया आइडियाथॉन’’ अत्यंत सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह आयोजन नवाचार, उद्यमिता और स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में स्थापित हुआ। माननीय कुलाधिपति श्री सुनील गलगोटिया और माननीय सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया के दूरदर्शी नेतृत्व में, इस आयोजन ने नवोदित उद्यमियों, उद्योग विशेषज्ञों, निवेशकों और मेंटर्स को एक मंच पर लाकर क्रांतिकारी विचारों को बढ़ावा देने का कार्य किया।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि, डॉ. विपिन कुमार, मुख्य वैज्ञानिक एवं पूर्व निदेशक, राष्ट्रीय नवाचार फाउंडेशन-इंडिया, डीएसटीए भारत सरकार, ने उद्घाटन भाषण में नवाचार की भूमिका को वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने अनुसंधान-आधारित स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने, जोखिम लेने, अनुकूलनशीलता और दृढ़ता को उद्यमियों के लिए अनिवार्य गुण बताया। साथ ही, उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऑटोमेशन और डीप टेक्नोलॉजी के प्रभाव पर अपने विचार साझा किए, जिससे प्रौद्योगिकी-आधारित स्टार्टअप्स की आवश्यकता पर बल दिया गया।
इस कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण आईहब-अवध, आईआईटी रोपर द्वारा स्प्रिंट संस्करण के तहत सात उच्च-प्रभावशाली स्टार्टअप्स में सतरा लाख पचास हजार रूपया का निवेश था। यह पहल गहरी तकनीकी नवाचार और उद्यमिता के विकास को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम थी।
डॉ. राधिका त्रिखा, सीईओ, आईहब-अवधए और डॉ. मुकेश केस्तवाल, मुख्य नवाचार अधिकारी, आईहब-अवधए ने स्टार्टअप्स को मेंटरिंग प्रदान की और डीप टेक, एआई और ऑटोमेशन के प्रभाव पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विद्यार्थियों को अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने और अपने उद्यमों में समाहित करने के लिए प्रेरित किया।
एक और प्रमुख आकर्षण ’’स्टार्टअप इकोसिस्टम में वेंचर कैपिटलिस्ट और सरकारी अनुदान के माध्यम से निवेश’’ विषय पर पैनल चर्चा थी। इस चर्चा का संचालन श्री आलोक गोयल, सीईओ, ग्रीनोवेट फाउंडेशन, ने किया। इस पैनल में श्री तुषार वडेहरा संस्थापक, सेटमाईकार्ट, श्री प्रवास डे, क्यूरेटर, यूएस इंडिया ब्लॉकचेन, सुश्री सृष्टि अरोड़ा, लीड कॉर्पोरेट इनोवेशन, इंडिया एक्सेलेरेटर, श्री ईशांत सचदेवा, बी-एस वेंचर, और श्री रविंद्र यादव, सीईओ, एसीआईसी जीआईईटीयू, जैसे विशेषज्ञ शामिल थे। उन्होंने निवेश रणनीतियों, धन जुटाने में आने वाली चुनौतियों और वेंचर कैपिटल एवं सरकारी अनुदान प्राप्त करने के तरीकों पर उपयोगी जानकारी साझा की।
आइडियाथॉन के स्टार्टअप पिचिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को उनके बेहतरीन विचारों के लिए एवीएन एग्रोभारत चार लाख रूपए., इंफाइरा इनोवेशन एलएलपी चार लाख रूपए., ह्यूरोनिक्स प्राइवेट लिमिटेड दो लाख पचास हजार रूपए, सिंटारा टेक प्राइवेट लिमिटेड, दो लाख रूपए, साइबरजेनिक्स सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड, दो लाख रूपए, एग्रो हेवन टेक्नो एलएलपी, एक लाख पचास हजार रूपए, एरोवर्क्स ड्रोन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, एक लाख पचास हजार रूपए अनुदान प्रदान किए गए।
गलगोटिया आइडियाथॉन नवाचार, निवेश और ज्ञान विनिमय को बढ़ावा देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए छात्रों को उद्योग जगत से जोड़ने और आवश्यक संसाधन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह आयोजन भविष्य की स्टार्टअप लहर को आकार देने और भारत के तकनीकी एवं उद्यमशीलता परिदृश्य को सुदृढ़ करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ।

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