*## युवा शक्ति का शक्तिशाली प्रदर्शन: “चुपी तोड़ो, हिंसा रोको”*
*## युवा शक्ति का शक्तिशाली प्रदर्शन: "चुपी तोड़ो, हिंसा रोको"*
युवा शक्ति का शक्तिशाली प्रदर्शन: “चुपी तोड़ो, हिंसा रोको”
(आशीष सिंघल)
युवा शक्ति – वाई एस एस फाउंडेशन एवं भोर लीविंग ह्यूमनली फाउंडेशन द्वारा मोमिता देबनाथ के लिए युवाओं द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया। मोमिता देबनाथ की दर्दनाक घटना के विरुद्ध एक मजबूत आवाज उठाई गई। यह मार्च न केवल मोमिता के लिए न्याय की मांग करता है, बल्कि समाज में बढ़ती हिंसा के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संदेश भी देता है।
गौरव सिंघल द्वारा बताया गया की यह मार्च लोगों को इस घटना के बारे में जागरूक करता है और उन्हें इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने के लिए प्रेरित करता है, मोमिता देबनाथ के लिए न्याय की मांग करता है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करता है।
हिंसा के खिलाफ आवाज उठाना, समाज में बढ़ती हिंसा के खिलाफ एक मजबूत कदम है और लोगों को हिंसा के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित करता है।
यह मार्च समाज में बदलाव लाने की दिशा में एक प्रयास और युवा इस मुद्दे को लेकर कितने गंभीर हैं।
युवाओं ने इस मार्च के माध्यम से दिखाया है कि वे समाज के मुद्दों के प्रति कितने संवेदनशील हैं। उन्होंने अपनी आवाज उठाकर यह साबित कर दिया है कि वे समाज में बदलाव लाने की क्षमता रखते है।
एक्सीलेंट एजुकेशनल हब की छात्राओं ने कहा की मोमिता देबनाथ की घटना ने हमें यह याद दिलाया है कि हमें हिंसा के खिलाफ खड़े होना चाहिए और महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए। हमें सभी को मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा। आज के इस मार्च मे युवाओं ने बड़ चढकर हिस्सा लिया। भोर निर्देशक सुनीता जेटली, गौरव सिंघल, निधि ठाकुर, राजेश जेटली, पिंटू सैनी, आकाश चौहान, पंकज मिश्रा, गोपाल गुप्ता, पुष्कल गुप्ता, पूजा वर्मा, मोहिनी श्रीवास्ताव, रामवीर आकाश प्रजापति, अजय चौहान, संदीप यादव, दुर्गा प्रसाद दुबे, अर्जुन, अर्पित अग्निहोत्री के साथ स्थानीय लोग उपस्थित रहे।