*गलगोटियास विश्वविद्यालय में चल रहे पाँच दिवसीय “स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024” के आज चौथे दिन राष्ट्रीय युवा आइकन पुरस्कार विजेता जान्हवी सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि कठिन परिश्रम, अनुशासन, दूरदृष्टि और पक्का इरादा ही सफलता की कुँजी हैं।*
*गलगोटियास विश्वविद्यालय में चल रहे पाँच दिवसीय “स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024” के आज चौथे दिन राष्ट्रीय युवा आइकन पुरस्कार विजेता जान्हवी सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि कठिन परिश्रम, अनुशासन, दूरदृष्टि और पक्का इरादा ही सफलता की कुँजी हैं।*
(आशीष सिंघल)
14 दिसंबर 2024
1. गलगोटियास विश्वविद्यालय में चल रहे पाँच दिवसीय “स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024” के आज चौथे दिन कुशल वक्ता और युवा सशक्तिकरण और नवाचार की कट्टर समर्थक जान्हवी सिंह प्रतिभागियों से संवाद करने पहुँची।
2. राष्ट्रीय युवा आइकन पुरस्कार विजेता जान्हवी सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि कठिन परिश्रम, अनुशासन, दूरदृष्टि और पक्का इरादा ही सफलता की कुँजी हैं।
गलगोटिया विश्वविद्यालय में चल रहे स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (SIH) 2024 के प्रतिष्ठित आयोजन के तहत, गलगोटिया विश्वविद्यालय में जान्हवी सिंह के पहुँचने पर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा० के० मल्लिकार्जन बाबू , प्रो वाइस चांसलर डा० अवधेस कुमार, कुलसचिव डा० नितिन गौड, स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन की नोडल ऑफ़िसर डा० मीनाक्षी शर्मा और डा० नेहा सिंह ने उनको स्मृति चिह्न और गुलदस्ता भेंट करके उनका भव्य स्वागत किया।
युवा सशक्तिकरण और नवाचार की कट्टर समर्थक और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से हेरिटेज फैशन आइकन कैटेगरी में नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड से सम्मानित जान्हवी सिंह की आज की इस यात्रा ने इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले युवा नवाचारकर्ताओं को प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान किया।
जान्हवी सिंह ने हैकाथॉन स्थल का दौरा किया और छात्रों द्वारा विकसित किए जा रहे प्रोजेक्ट्स का अवलोकन किया। उन्होंने प्रतिभागियों की उत्सुकता, समर्पण और समस्याओं के समाधान के लिए उनके नवीन दृष्टिकोण की बहुत सराहना की।
अपनी इस यात्रा के दौरान, जान्हवी सिंह ने सभी टीमों के साथ गहन और प्रभावी संवाद किया, जिसमें उन्होंने निम्नलिखित विषयों पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मक सीमाओं को आगे बढ़ाने और टिकाऊ तथा प्रभावशाली समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
अपने व्यवहारिक अनुभव से उन्होंने विचारों को क्रियान्वयन में बदलने के व्यावहारिक सुझाव साझा किए, टीमवर्क और दृढ़ता के महत्व पर भी जोर दिया।
उन्होंने छात्रों को अपने कौशल को लगातार सुधारने के लिए प्रेरित किया और SIH जैसे कार्यक्रमों की भूमिका को अकादमिक और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने विद्यार्थियों से उनके प्रोजैक्टों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उनकी बातचीत के कुछ अंश इस प्रकार से हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों से प्रश्न किया कि आप किस प्रकार की समस्या को हल कर रहे हैं, और आपको क्यों लगता है कि यह महत्वपूर्ण है?
विद्यार्थियों ने अपने प्रोजेक्ट की प्रेजैन्टेशन करते हुए कहा कि “हम [जैसे, सिंचाई में पानी की बर्बादी] को हल कर रहे हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में पानी की कमी एक बड़ी समस्या है, और कुशल सिंचाई हर साल लाखों लीटर पानी बचा सकती है]। हमारा समाधान संसाधनों को अनुकूलित करने और किसानों की उत्पादकता बढ़ाने का लक्ष्य रखता है।”
उन्होंने आगे पूछा कि आपका समाधान कैसे काम करता है? क्या आप इसके मुख्य फीचर्स को समझा सकते हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि “हमारा समाधान [जैसे, IoT-आधारित स्मार्ट सिंचाई प्रणाली] है। यह सेंसर के माध्यम से मिट्टी की नमी के स्तर की निगरानी करता है और स्वचालित रूप से पानी के प्रवाह को समायोजित करता है। इसकी मुख्य विशेषताएं हैं कि ये रियल-टाइम मॉनिटरिंग, मोबाइल ऐप के माध्यम से रिमोट एक्सेस, और पानी के उपयोग के रुझानों के लिए प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स है।
गलगोटिया विश्वविद्यालय के लिये जान्हवी सिंह की यात्रा SIH 2024 के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। उनकी प्रोत्साहनपूर्ण बातें और व्यावसायिक अंतर्दृष्टियां प्रतिभागियों के नवाचार यात्रा में गहराई तक प्रभाव छोड़ गईं।
श्री अमित ग्रोवर, पूर्व सीनियर वाइस प्रेसिडेंट-सेल्स, केल्टन टेक प्राइवेट लिमिटेड, नोडल सेंटर प्रमुख, स्मार्ट इंडिया हैकथॉन, श्री उदयन मौर्य, पूर्व-शिक्षा मंत्रालय नवाचार प्रकोष्ठ एवं नोडल सेंटर प्रमुख और सुश्री सीमा छिल्लर, शिक्षा मंत्रालय नवाचार प्रकोष्ठ, व नोडल सेंटर समन्वयक भी प्रतिभागियों से सीधा संवाद किया और प्रतिभागियों को उत्साहित करते हुए उनकी नवाचार के प्रति गहन सोच और उनकी दूर-दृष्टिता की प्रसंशा करते हुए उनको शुभकामनाएँ दीं।
गलगोटिया विश्वविद्यालय ने इस आयोजन की सफलता में उनके अमूल्य योगदान के लिए उन्हें हार्दिक धन्यवाद दिया।