*डॉक्टरों से मिलवाने,मेडिकल बनवाने, ऑपरेशन कराने व जांच कराने, भ्रष्टाचार की शिकायतें किसी से छिपी..!!* *सरकारी सेवाओं को स्वस्थ और आसान बनाकर आम नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान कराने की जरूरत..!*
*डॉक्टरों से मिलवाने,मेडिकल बनवाने, ऑपरेशन कराने व जांच कराने, भ्रष्टाचार की शिकायतें किसी से छिपी..!!* *सरकारी सेवाओं को स्वस्थ और आसान बनाकर आम नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान कराने की जरूरत..!*
*कुछ जिला अस्पतालों में भ्रष्टाचार पर लगाम..?*
*डॉक्टरों से मिलवाने,मेडिकल बनवाने, ऑपरेशन कराने व जांच कराने, भ्रष्टाचार की शिकायतें किसी से छिपी..!!*
*सरकारी सेवाओं को स्वस्थ और आसान बनाकर आम नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान कराने की जरूरत..!*
(आशीष सिंघल)
सरकार सस्ता इलाज कराने के लिए सदैव प्रयासरत रहती है जो कि एक नागरिक का सबसे पहले अधिकार भी है कि वह चिकित्सा सही ढंग से पाए और इसके लिए सरकार के प्रयास स्पष्ट रूप से दिखाई भी देता है! लेकिन सरकारी अस्पतालों में कुछ चिकित्सा सेवाएं देने वाले चिकित्सक सरकारी अस्पतालों में मरीजों को देखने में कम दिलचस्पी दिखाते हैं तथा निजी प्रैक्टिस को ज्यादा महत्व देते हैं!तथा वही कुछ जिला अस्पतालों में भ्रष्टाचार इस कदर हावी है कि रिश्वत के लालच में चिकित्सक फर्जी मेडिकल भी करने को तैयार हो जाते हैं!मतलब साफ है कि रिश्वत दो मनचाही रिपोर्ट लो!यही नही इस दलदल में कुछ अस्पतालो के कुछ डॉक्टर व कर्मचारी भी शामिल रहते हैं!क्योंकि इनके बगैर यह अवैध काम नहीं हो सकता है!कई मामलों में जांच कमेटी की रिपोर्ट में भी यह बात सामने आती रहती है कि अस्पताल भ्रष्टाचार व राजनीति का अड्डा बन गये है!इस तरह का भ्रष्टाचार कोई नया नहीं है कुछ कर्मचारियों का इतना मजबूत नेटवर्क होता हैं कि अगर कोई इस ओर शिकायत करें तो उसी के खिलाफ झूठे आरोप लगा दिए जाते हैं!यही नही डॉक्टरों से मिलवाने, ऑपरेशन कराने, किसी तरह की जांच कराने की व्यवस्था करने के एवज में पैसे लेने की शिकायतें पहले भी आती रही हैं! लेकिन दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती है?इन अस्पतालों में पहुंचने वाले ज्यादातर गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार के मरीज होते हैं व निजी अस्पतालों में इलाज का खर्च वहन नहीं कर सकते हैं इस स्थिति में सरकारी अस्पताल ही इनके लिए एक मात्र सहारा होते है लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगती है!इस तरह के भ्रष्टाचार से सरकार के कामकाज पर भी प्रश्न चिह्न लगता है!कुछ सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों व वहां के कर्मचारियों के प्रति सरकार को थोड़ा गंभीर सख्त रवैया अपनाना चाहिए तथा सरकारी सेवाओं को स्वस्थ और आसान बनाया जा सके आम नागरिक बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्राप्त कर सके और भ्रष्टाचार पर लगाम लग सके।