*उदासीन संगत आश्रम मंदिर की करोड़ों रुपए की संपत्ति को सपा नगर अध्यक्ष द्वारा विक्रय किए जाने का मामला*
*उदासीन संगत आश्रम मंदिर की करोड़ों रुपए की संपत्ति को सपा नगर अध्यक्ष द्वारा विक्रय किए जाने का मामला*

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*उदासीन संगत आश्रम मंदिर की करोड़ों रुपए की संपत्ति को सपा नगर अध्यक्ष द्वारा विक्रय किए जाने का मामला*
दिनांक 11 जुलाई 2025
सुल्तानपुर। सुल्तानपुर थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के अंतर्गत *उदासीन संगत आश्रम मंदिर* की करोड़ों की संपत्ति बेचने का मामला सामने आया है. भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी ने डीएम को पत्र लिखकर शिकायत की है. डीएम ने एसडीएम बिपिन द्विवेदी को जांच के लिए मौके पर भेजा है. कोतवाली नगर क्षेत्र के लखनऊ नाका पर स्थित उदासीन संगत आश्रम मंदिर की संपत्ति लगभग 25 करोड़ रुपये की है. इस संपत्ति में कई किरायेदार दशकों से रह रहे हैं।
आरोप है कि *समाजवादी पार्टी सुल्तानपुर के नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार अग्रहरि उर्फ राजू चौधरी* और उनके परिवार ने फर्जी तरीके से स्वामी बनकर इस संपत्ति को बेचना शुरू कर दिया है. यह *संपत्ति ग्राम करौंदिया परगना मीरानपुर तहसील सदर सुल्तानपुर जिला सुल्तानपुर के गाटा संख्या 1597/6 में स्थित है।*
इस संपत्ति का दो हिस्सा पहले ही बेचा जा चुका है. *संतोष कुमार चौधरी पुत्र स्व. गुलाबचंद्र निवासी 520 पुरानी हनुमान गढ़ी लखनऊ नाका थाना कोतवाली नगर और लोकनाथ अग्रहरि पुत्र स्व. बृजकुमार निवासी 944/10 अ वैष्णवनगर गभड़ियां थाना कोतवाली नगर ने दो दुकान और मकान का बैनामा 39 लाख 60 हजार रुपए में थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के लखनऊ नाका रेलवे क्रॉसिंग स्थित खालसा लाउडस्पीकर सेंटर के मालिक सरदार जगदीप सिंह पुत्र स्व. सुरजीत सिंह निवासी म.न. 20 कृष्णानगर खैराबाद थाना कोतवाली नगर सुल्तानपुर के नाम कर दिया है तथा संपत्ति का दूसरा हिस्सा जिसमें दुकान और मकान स्थित है का बैनामा 21 लाख रुपए में समाजवादी पार्टी सुल्तानपुर के नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार अग्रहरि उर्फ राजू चौधरी की पत्नी गीता अग्रहरि द्वारा दीपा शुक्ला पत्नी मनोज शुक्ला निवासी म.न. 522 पुरानी हनुमान गढ़ी लखनऊ नाका थाना कोतवाली नगर सुल्तानपुर के नाम पर किया है।*
भाजपा महिला मोर्चा सुल्तानपुर की पूर्व जिला मंत्री मंजू सागर कसौधन ने जिलाध्यक्ष को लिखित शिकायत की है।
*इसी प्रकार गाटा संख्या 1597/6 में पिछले 6 महीने के भीतर लगभग 9 से 10 फर्जी बैनामे हुए हैं।*
इस शिकायत पर सतवंत कौर, भगवंत कौर, दिलीप कुमार और हरजीत कौर आदि के हस्ताक्षर हैं।