*एयर इंडिया ने 35 हजार फीट की ऊंचाई पर हेलमेट मैन ऑफ़ इंडिया’ को किया सम्मानित.*
*एयर इंडिया ने 35 हजार फीट की ऊंचाई पर हेलमेट मैन ऑफ़ इंडिया’ को किया सम्मानित.*

Powered by myUpchar
एयर इंडिया ने 35 हजार फीट की ऊंचाई पर हेलमेट मैन ऑफ़ इंडिया’ को किया सम्मानित.
(आशीष सिंघल)


जो सड़कों पर जान बचाता रहा, उसे आसमान ने भी सलाम किया. लोग कहते हैं युद्ध कोई भी हो जमीन और आसमान एक कर दो, ऐसा ही उदाहरण पेश किया है हेलमेट मैन ऑफ इंडिया राघवेंद्र कुमार ने, एक सड़क हादसे में अपने खाश मित्र को खोने के बाद विक्टिम बनकर विलुप्त रहकर जीना स्वीकार नहीं किया. बल्कि पिछले 12 वर्षों से हर दिन सड़कों पर दुर्घटनाओं के खिलाफ जागरूकता की लड़ाई लड़ रहे हैं. अब तक लोगों को 75 हजार हेलमेट निशुल्क दे चुके है और कहते हैं सड़क दुर्घटना एक अदृश्य युद्ध है और आप मेरे मित्र हैं. 20 दिसम्बर को हैदराबाद से दिल्ली के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा कर रहे थे उनकी सीट इकोनॉमी क्लास में थी, लोग हमेशा की तरह उन्हें हेलमेट पहने देखकर आश्चर्य कर रहे थे फ्लाइट में, तभी फ्लाइट के कर्मचारियों ने उन्हें बिज़नेस क्लास में आमंत्रित किया. यह केवल सीट बदलना नहीं था, बल्कि सड़क सुरक्षा के कार्यों और योगदान के प्रति दिया गया सम्मान था जो किसी सपने से कम नहीं था। फ्लाइट के सभी कर्मचारियों ने उनके कार्यों को एक सेलिब्रेशन की तरह मनाया. ज़मीन पर रहकर लोगों की जान बचाने वाले एक योद्धा को पहली बार सम्मान आसमान में हो रहा था. उन्होंने कहा उस पल मेरी आँखें नम थीं दिल गर्व से भरा हुआ था और दिमाग़ बार-बार कह रहा था क्या ये सच है. आसमान में एक ही चेहरा याद आ रहा था रतन टाटा सिर्फ एक नाम नहीं थे, वे भारत की जनता के लिए एक अनमोल रत्न थे वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका दिल आज भी टाटा के हर कर्मचारी के भीतर धड़कता है. यह मैने महसूस किया, जब मुझे 35,000 फीट की ऊँचाई पर एक लवली नोट हाथों में प्राप्त हुआ. यह सम्मान, अपनापन और इंसानियत से भरा हुआ था. मैं यह अनुभव आप सबके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ, क्योंकि कुछ पल हमें यह याद दिलाने के लिए होते हैं कि अच्छे कर्म कभी ज़मीन तक सीमित नहीं रहते, वे आसमान तक भी पहुँचते हैं.












