Blog

*कस्बे में नहीं हो पा रहा कूड़े की स्थाई समस्या का समाधान, प्राधिकरण के गड्ढे को कचरे से भर रही दनकौर नगर पंचायत*

*कस्बे में नहीं हो पा रहा कूड़े की स्थाई समस्या का समाधान, प्राधिकरण के गड्ढे को कचरे से भर रही दनकौर नगर पंचायत*

प्राधिकरण के गड्ढे को कचरे से भर रही दनकौर नगर पंचायत

(आशीष सिंघल)

दनकौर : यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 18 स्थित अधिग्रहित भूमि से खनन माफियाओं द्वारा खनन कर बड़े बड़े गड्ढे कर दिये गये हैं। कस्बे के झाझर रोड पर वृद्धाश्रम के नजदीक ऐसे ही गड्ढे में दनकौर नगर पंचायत द्वारा कस्बे का कचरा फेंका जा रहा है। लोगों का कहना है कि यदि कचरे से गड्ढा भरा जायेगा तो भविष्य में उस पर बनी इमारत की नींव कमजोर हो जाएगी जिससे खरीददारों को काफी नुकसान हो सकता है।

  • दरअसल, दनकौर कस्बे की आबादी वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 13520 थी जो वर्तमान में बढ़कर 20 हजार से अधिक होने का अनुमान है। कस्बे से रोजाना करीब पांच टन कचरा उठाया जाता है जिसका निस्तारण लोगों और नगर पंचायत के लिए सिरदर्द बन गया है। इस समस्या का समाधान दशकों से नही हो सका है जिसके कारण लोग आये दिन धरना प्रदर्शन करते रहते है। नगर पंचायत को कुछ वर्ष पहले क्षेत्र के अमरपुर गांव के नजदीक करीब 12 बीघा जमीन कचरा निस्तारण के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा आवंटित की गई थी। लेकिन लोगों के विरोध के बाद वहां कचरा नही फेंका जा सका। इसके बाद नगर पंचायत द्वारा कई वर्षों तक दनकौर के तिरंगा चौक के नजदीक कचरा फेंका जाने लगा। लेकिन राहगीरों की समस्या को देखते हुए यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह द्वारा नगर पंचायत की अधिकाशी अधिकारी और नगर पंचायत अध्यक्ष को जमकर डांट लगाई गई। इसके साथ ही कस्बे के विधुत उपकेंद्र के नजदीक करीब आठ बीघा जमीन कचरा निस्तारण के लिये आवंटित की गई। उक्त स्थान पर कचरा फेंके जाने के विरोध में पांच गांव के लोगों द्वारा अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया गया। लोगों का विरोध देखते हुए वहां भी कचरा नही डाला जा सका। वर्तमान में नगर पंचायत द्वारा झाझर रोड पर वृद्धाश्रम के नजदीक खनन माफियाओं द्वारा किये गये गड्ढे में कचरा फेंका जा रहा है। उक्त स्थान यमुना प्राधिकरण का सेक्टर 18 है जहां भूखंडों का आवंटन किया गया है। जिस स्थान पर कचरा फेंका जा रहा है उसके नजदीक ही भूखंडों को विकसित करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। ऐसे में यदि गड्ढा कचरे से भर जायेगा तो उसके ऊपर बनने वाले मकान की नींव काफी कमजोर होगी जिससे खरीददार को भविष्य में काफी नुकसान हो सकता है। नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि दीपक सिंह का कहना है कि कचरा के निस्तारण की कोई जगह स्थायी नही हो पा रही है।
    उपजिला अधिकारी को स्थिति से अवगत कराया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही कचरा के निस्तारण के लिये नगर पंचायत को स्थायी जगह उपलब्ध हो जायेगी।

Related Articles

Back to top button