*जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने दीपावली के अवसर पर सांस्कृतिक उत्सव “नवरंग 2024” का आयोजन किया*
*जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने दीपावली के अवसर पर सांस्कृतिक उत्सव "नवरंग 2024" का आयोजन किया*
*जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने दीपावली के अवसर पर सांस्कृतिक उत्सव “नवरंग 2024” का आयोजन किया*
(आशीष सिंघल)
जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने 26 अक्टूबर को अपना बहुप्रतीक्षित वार्षिक उत्सव, नवरंग 2024 मनाया। जीएनआईओटी ग्रुप के विभिन्न कॉलेजों के फैकल्टी और स्टाफ अपनी प्रतिभा दिखाने और संगीत, नृत्य और उत्सव से भरे दिन का आनंद लेने के लिए एकत्र हुए। नवरंग 2024 एकता, रचनात्मकता और जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का उत्सव था।
कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे शुभ सरस्वती वंदना के साथ शुरू हुआ, जिसने दिन के लिए एक पवित्र स्वर स्थापित किया। इस दिन की गरिमामयी उपस्थिति डॉ. राजेश कुमार गुप्ता, माननीय अध्यक्ष, श्री गौरव गुप्ता, उपाध्यक्ष, रजिस्ट्रार के साथ-साथ विभिन्न जीएनआईओटी कॉलेजों के डाइरेक्टर, प्रिंसिपल, विभागों के प्रमुखों और विभागों के उप प्रमुखों की भी रही।
दिन भर में 70 से अधिक मनमोहक प्रस्तुतियों ने मंच को जीवंत बना दिया। मुख्य आकर्षण में शामिल हैं:
• एकल गायन और एकल नृत्य: व्यक्तिगत कलाकारों ने अपने उल्लेखनीय गायन और नृत्य कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
• समूह नृत्य और समूह गीत: उत्साही टीमों ने जीवंत समूह नृत्य और समूह गीत प्रस्तुत किए, जिससे उत्सव में एक ऊर्जावान लय जुड़ गई।
• रैंप वॉक: फैकल्टी और स्टाफ ने फैशनेबल रैंप वॉक के साथ इस अवसर को स्टाइलिश बना दिया।
• कविता और नाटक: सार्थक कविता पाठ और मनोरंजक नाटकों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जीएनआईओटी के फैकल्टी और स्टाफ की विविध प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम रात करीब 8:30 बजे माननीय अध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार गुप्ता की दिल छू लेने वाली संगीतमय प्रस्तुति के साथ संपन्न हुआ, जिनके मधुर गायन ने दर्शकों को अमिट यादें दे दीं।
दिन भर के असाधारण प्रदर्शन के बाद, उत्कृष्ट प्रतिभाओं को पुरस्कार वितरित किए गए। फैकल्टी और स्टाफ ने सभी उत्सवों का आनंद लिया, जिसमें पूरे दिन स्वादिष्ट जलपान के साथ-साथ एक जीवंत डीजे सत्र भी शामिल था, जिसने सभी को डांस फ्लोर पर जश्न मनाने के लिए एक साथ लाया। नवरंग 2024 जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की एकता और रचनात्मक भावना को दर्शाता है। इस कार्यक्रम ने फैकल्टी और स्टाफ के बीच समुदाय और उत्सव की भावना को बढ़ावा दिया, जो जीएनआईओटी की सांस्कृतिक यात्रा में एक और सफल अध्याय है।